Gold Price: नए ऑल टाइम हाई पर पहुंची, जानें इस रफ़्तार की वजह ! सोने और चांदी के दाम में तेज उछाल का मुख्य कारण भारतीय मुद्रा की कमजोरी है। इसके साथ ही, अंतरराष्ट्रीय बाजारों में स्थिरता और अर्थव्यवस्था की सुधारणा निवेशकों को सोने और चांदी में रुचि बढ़ा रही है। भविष्य की अनिश्चितता से निवेशक सुरक्षित निवेश के रूप में सोने और चांदी में निवेश करने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। वैश्विक अर्थव्यवस्था की स्थिरता भी सोने और चांदी के दामों में वृद्धि का कारण बन रही है। बाजार में अच्छी उम्मीदों के साथ निवेशकों का विश्वास बढ़ रहा है, जिससे सोने और चांदी की मांग बढ़ रही है। विदेशी बाजारों में भी स्थिरता और विश्वास बढ़ाने से सोने और चांदी की कीमतों में वृद्धि हो रही है।
निवेशकों की चाहत ने सोने और चांदी की बाजार में उच्च रूचि का सृजन किया है। सोने और चांदी के दामों में बढ़ोत्तरी का एक अन्य कारण है भविष्य की अधिक उम्मीद। निवेशक सोने और चांदी में अपना निवेश बढ़ाने के लिए प्रेरित हो रहे हैं, जिससे इनकी कीमतें बढ़ रही हैं। इस तेजी के पीछे एक संयोजन है, जिसमें उपरोक्त कारणों ने मिलकर सोने और चांदी की कीमतों में वृद्धि को संभावित बनाया है।
ग्लोबल मार्केट में कीमती धातुओं के भाव में चमक दिखी और इसका भारतीय बाजार पर पूरी असर हुआ। HDFC सिक्योरिटीज के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार को सोने का दाम 1,070 रुपये बढ़कर 68,420 रुपये प्रति 10 ग्राम के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया। पिछले कारोबार में यह 67,350 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। यह वृद्धि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सोने की मांग में वृद्धि के कारण हुई है, जिसने भारतीय बाजार को भी प्रभावित किया है। भारतीय मुद्रा की कमजोरी और अर्थव्यवस्था की सुधारणा भी इस उछाल में अहम भूमिका निभाई है।
वहीं, चांदी की कीमतों में भी तेज उछाल दिखा। यह 1,120 रुपये बढ़कर 78,570 रुपये प्रति किलो के स्तर पर पहुंच गई। पिछले कारोबार में चांदी 77,450 रुपये प्रति किलो पर बंद हुई थी। इस तेजी के पीछे भी अंतरराष्ट्रीय बाजारों में चांदी की मांग में वृद्धि और भारतीय मुद्रा की कमजोरी का असर है। निवेशकों का आत्मविश्वास भी इसमें एक अहम भूमिका निभा रहा है, जो चांदी की मांग को बढ़ावा दे रहा है।
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सोना के नए रिकॉर्ड ऊंचाई तक पहुंचने के पीछे क्या कारण हैं?
अमेरिका के केंद्रीय बैंक, फेडरल रिजर्व, अपनी ब्याज दरों में कटौती करने का निर्णय लेने जा रहा है, जिससे सर्राफा कीमतों में तेजी आ रही है। HDFC सिक्योरिटीज के रिसर्च एनालिस्ट दिलीप परमार ने चीन में कीमती धातुओं की मजबूत डिमांड के बारे में बताया है। इस डिमांड की मजबूती का असर सर्राफा कीमतों पर भी दिख रहा है। यह उच्च आयात और बढ़ती मांग के चलते सर्राफा कीमतों में वृद्धि को संभावित बना रहा है।
इस बीच MCX पर वायदा कारोबार में सोने का जून कॉन्ट्रैक्ट 978 रुपये चढ़कर 68,679 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। वहीं, चांदी का मई कॉन्ट्रैक्ट 763 रुपये की तेजी के साथ 75,811 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गया।
विदेशी बाजारों में भारतीय निवेशकों के लिए संकेत कैसे?
विदेशी बाजारों की स्थिति अब बेहद महत्वपूर्ण है। अमेरिकी बाजार में ग्रोथ डेटा उम्मीद से बेहतर रहा है और मुद्रास्फीति भी 2.5 प्रतिशत से ऊपर है। इससे बाजार को लगता है कि अमेरिका का केंद्रीय बैंक ब्याज दरों में ज्यादा कटौती नहीं करेगा। वह मुद्रास्फीति को 2 फीसदी तक लाने का लक्ष्य लेकर चल रहा है। इसके बावजूद, चीन-अमेरिका ट्रेड वार और ब्रेक्जिट संबंधी तनाव भी बाजारों पर असर डाल रहे हैं। यूरोपीय बाजारों में भी अर्थव्यवस्थाएं कमजोरी दिखा रही हैं, जो बाजार की स्थिरता को लेकर चिंता बढ़ा रही है।
हाल ही में यह संकेत भी दिया गया है कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक को ब्याज दरों में कटौती की कोई जल्दी नहीं है और वह महंगाई के डेटा के अपने मनमुताबिक होने तक इंतजार कर सकता है। यह फैक्टर भी सोने और चांदी की कीमतों में तेजी की वजह बन रहा है।
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